जो व्यक्ति प्रात:काल भद्रा के 12 नामों का स्मरण करता है, उसे कभी भी आधी-व्याधि का भय नहीं रहता है और उसके किसी भी कार्य में कोई विघ्न नहीं आता, उसके सभी कार्य निर्विघ्न संपन्न होते है।
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