विवाह के लिए ज्योतिष का नियम है कि सातवें घर की दशा तथा नवम् घर की अंतरदशा में विवाह होता है। गुरु केंद्र में गोचर में हो या नवम् घर की दशा तथा सातवें घर के स्वामी की अंतरदशा में विवाह होता है। इसलिए यदि इनमें से कोई ग्रह अस्त, शत्रु राशि, नीच राशि ...
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