भगवान श्रीगणेश आदिदेव हैं जिन्होंने हर युग में अलग अवतार लिया। श्रीगणेशजी की साधना शीघ्र फलदायी होती है। उनको दुर्वा अतिप्रिय है। इसे चढ़ाने से भगवान गणेश तुरंत प्रसन्न होते हैं। मात्र 10 नाम का प्रतिदिन जप ही उनके लिए पर्याप्त होता है।
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